Ajmer सड़क हादसे में बचे मासूम को परिवार गोद में लेकर घूमता रहा, पढ़े पूरी खबर

अजमेर समीपवर्ती ग्राम राजगढ़ में पेश आए हादसे के दो घंटे बाद भी हाथ-पैर कांप रहे थे... मासूम को गोद में थामे बुआ के मुंह से शब्द भी नहीं निकल पा रहे थे...। आंखों में आंसू और भाभी को बच्चे को दिखाने के लिए वह अस्पताल में एक्स-रे कक्ष के बाहर इंतजार कर रही थीं।

Ajmer सड़क हादसे में बचे मासूम को परिवार गोद में लेकर घूमता रहा, पढ़े पूरी खबर

कालीबाई मीणा हादसे के पल को याद कर जवाहरलाल नेहरू अस्पताल कीआपातकालीन इकाई में फफककर रो पड़ी। राजगढ़ में पेश आए हादसे में गंभीर रूप से घायल निशा (25) की ननद कालीदेवी अपने 3 माह के भतीजे को गोद में लिए एक्स-रे कक्ष के बाहर खड़ी थी। उसने बताया कि मन्नत पूरी होने पर निशा बेटे को लेकर राजगढ़ भैरवधाम आई थी। साथ में भाई रामअवतार, मां कमला देवी समेत 12-13 जने थे। धाम में दर्शन के बाद पूरा परिवार राजगढ़ पुलिस चौकी के सामने बस का इंतजार कर रहा था। इसी दौरान हादसा पेश आया। गनीमत रही कि बस को नजदीक आता देखकर रामअवतार ने शोर मचाया। यहां बैठे लोग इधर-उधर हो गए, लेकिन बच्चे को दूध पिला रही निशा उठ नहीं सकी। 

खरोंच तक नहीं आई

हादसे में बालक के खरोंच तक नहीं आई। बेटे के सकुशल होने पर निशा अपने पैरों में गंभीर चोट के दर्द को कुछ पल के लिए भूल गई। यहां अस्पताल में मासूम को छाती से लगाए परिजन भगवान का शुक्र मनाते रहे।

बोतल में पानी भर रहा था लालसिंह

पाली डिगाना से आए भीमसिंह ने बताया कि वह साडू लालसिंह के साथ भैरवधाम आया था। लालसिंह चौकी के सामने स्थित वाटर कूलर (प्याऊ) से बोतल में पानी भर रहा था, जबकि वह पीछे खड़े थे। बेकाबू बस आई तो लाल सिंह भी चपेट में आ गया। उसका पैर जख्मी हो गया।

बाहर खड़ी होनी चाहिए थी बस

प्रत्यक्षदर्शी देवीलाल सोनी ने बताया कि स्थापना दिवस पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु राजगढ़ आए थे। पुलिस प्रशासन को बस बाहर खड़ी करवानी चाहिए थी। बस स्टार्ट होने में परेशानी आने पर लोग धक्का लगा रहे थे। बस के अन्दर और छत पर भी लोग बैठे थे। हादसा प्रशासन की लापरवाही से पेश आया।