भूख हड़ताल पर बैठे 4 बंदियों की तबीयत बिगड़ी: पुलिस बंदोबस्त के बीच JLN अस्पताल में कराया इलाज; इमरजेंसी में आवाजाही भी रही बंद

भूख हड़ताल पर बैठे 4 बंदियों की तबीयत बिगड़ी: पुलिस बंदोबस्त के बीच JLN अस्पताल में कराया इलाज; इमरजेंसी में आवाजाही भी रही बंद

प्रदेश की सबसे सुरक्षित हाई सिक्योरिटी जेल में बुधवार रात 4 हार्डकोर बंदियों की तबीयत बिगड़ गई। जेल प्रशासन ने जिला पुलिस की मदद से कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में बंदियों को भर्ती करने के बाद सुरक्षा दृष्टि से हथियारबंद कमांडो ने अस्पताल को सुरक्षा घेरे में ले लिया है। वहीं इमरजेंसी वार्ड में प्राथमिक उपचार देने के दौरान घंटो तक मरीजों की आवाजाही बंद रही। बताया जाता है कि ये बंदी जेल बदलने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर थे।

हथियारबंद पुलिस की मौजूदगी में कराया इलाज।

जानकारी के अनुसार बुधवार रात साढ़े 10 बजे जेएलएन अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में सुरक्षाकर्मियों की भीड़-भाड़ दिखी। कुछ देर बाद हथियारबंद जवानों की मौजूदगी में पुलिस उपाधीक्षक छवी शर्मा और सिविल लाइंस थाना प्रभारी अरविंद चारण चार हार्डकोर अपराधियों को लेकर पहुंचे। चारों को अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया। इसके बाद चारों अपराधियों को जेएलएन अस्पताल के कैदी वार्ड में शिफ्ट कर दिया। प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि चारों हार्डकोर अपराधी हाई सिक्योरिटी जेल में पिछले कुछ दिन जेल शिफ्ट करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर है। बुधवार को उनकी तबियत बिगड़ने पर कमजोरी के चलते उन्हें जेल प्रशासन ने जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाने का निर्णय लिया। हालांकि इस मामले में जेल अधिकारियों से बातचीत करने का प्रयास किया गया। लेकिन किसी भी अधिकारी से संपर्क नहीं हो पाया।

सुरक्षा घेरे में अस्पताल, गोपनीय रखे नाम

हाई सिक्योरिटी जेल में भूख हड़ताल पर बैठे 4 हार्डकोर अपराधियों की तबीयत बिगड़ने के बाद चारों को जेएलएन अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती कराया गया है। इसके बाद से ही जेएलएन अस्पताल को हथियारबंद जवानों ने सुरक्षा घेरे में ले लिया है। वही बीमार हुए चार हार्डकोर कैदियों का नाम भी पुलिस ने सुरक्षा दृष्टि से गोपनीय रखा है।

बंदी को उपचार के लिए ऐसे ले जाया गया।