राजस्थान रॉयल्स और SRH टीम का एनालिसिस: संजू सैमसन की टीम के पास चैंपियन बनने का हर हथियार, ऑरेंज आर्मी में नहीं रहा पहले जैसा दम

IPL के 15वें सीजन की शुरुआत 26 मार्च से होने वाली है। इस बार टूर्नामेंट में लीग राउंड के सभी मैच मुंबई के तीन और पुणे के एक मैदान पर खेले जाएंगे। आज हम आपको दो ऐसी टीम का SWOT एनालिसिस बताएंगे जो इस सीजन चैंपियन बनने की दावेदार मानी जा रही है। ये टीमें राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद हैं। आइए टीम की मजबूती (Strength), कमजोरी (Weakness), अवसर (Opportunity) और खतरे (Threat) का विश्लेषण आपको बताते हैं।

राजस्थान रॉयल्स और SRH टीम का एनालिसिस: संजू सैमसन की टीम के पास चैंपियन बनने का हर हथियार, ऑरेंज आर्मी में नहीं रहा पहले जैसा दम

IPL इतिहास की पहली चैंपियन टीम राजस्थान रॉयल्स इस बार नए तेवर के साथ नजर आएगी। आगामी सीजन के लिए टीम ने 3 खिलाड़ियों, संजू सैमसन (14 करोड़), जोस बटलर (10 करोड़) और यशस्वी जयसवाल (4 करोड़) को रिटेन किया था। मेगा ऑक्शन के दौरान टीम ने कई बड़े खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ा है। इस बार राजस्थान रॉयल के मैनेजमेंट ने टीम को और बेहतर बनाने के लिए 89.05 करोड़ में 21 धाकड़ खिलाड़ियों को खरीदा है।

स्ट्रेंथ-
स्पिन डिपार्टमेंट में मजबूती: 
टीम के पास युजवेंद्र चहल, आर अश्विन और केसी करियप्पा जैसे स्पिनर्स मौजूद हैं। चहल और अश्विन टीम इंडिया के लिए टी-20 क्रिकेट में लीडिंग विकेट टेकर्स भी हैं। वहीं, केसी करियप्पा भी इस फॉर्मेट के कंजूस गेंदबाज माने जाते हैं। चहल का IPL में प्रदर्शन भी कमाल का रहा है। उन्होंने 114 मैच में 139 विकेट अपने नाम किए हैं। अश्विन तो गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी अपना योगदान दे सकते हैं।

राजस्थान की बल्लेबाजी कमाल की: बल्लेबाजी में इस बार टीम के पास सैमसन और बटलर के अलावा देवदत्त पडिकल, यशस्वी जायसवाल, शिमरोन हेटमायर, करुण नायर और रैसी वान डेर डूसेन, रियान पराग जैसे नाम शामिल हैं। पहले टीम 2 से 3 खिलाड़ियों पर निर्भर रहती थी, लेकिन ऑक्शन में इन नामों के जुड़ने के बाद टीम की ये कमी दूर हो गई है।

साथ ही कुमार संगाकारा का टीम में होना युवा खिलाड़ियों के लिए किसी बड़े चमत्कार से कम नहीं है। संगाकारा दुनिया के दिग्गज क्रिकेटर्स में से एक रहे हैं। उनकी कप्तानी में ही श्रीलंका की टीम 2011 वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच सकी थी। 2014 के टी-20 वर्ल्ड कप विनिंग स्क्वॉड का भी वे हिस्सा रहे थे। उन्हें दुनिया के बेहतरीन कप्तानों और बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। ऐसे में उनके पास टीम को देने के लिए काफी अनुभव है।

वीकनेस
फिनिशर की कमी: राजस्थान की सबसे बड़ी कमजोरी टीम के पास फिनिशर का ना होना है। हेटमायर टीम का हिस्सा भले ही हैं, लेकिन उनके अलावा कोई भी खिलाड़ी राजस्थान के लिए मैच खत्म करने वाला नजर नहीं आता। हेटमायर भी IPL में एक फिनिशर के रूप में खुद को अच्छी तरह से स्थापित नहीं कर पाए हैं।

अवसर
राजस्थान इस बार मजबूत टीम नजर आ रही है। अगर टीम में सैमसन की कप्तानी बेहतर रही तो ये टीम कमाल कर सकती है। राजस्थान 2008 में शेन वॉर्न की कप्तानी में चैंपियन बनी थी, लेकिन वैसा खेल पिछले कुछ सालों से इस टीम ने नहीं दिखाया है। इस बार टीम बहुत संतुलीत नजर आ रही है। टीम के पास पॉवर हिटर और अनुभवी गेंदबाज मौजूद हैं। बस टीम को साथ लेकर चलने वाले एक बेहतर लीडर की जरूरत है, संजू अगर ये कर लेते हैं तो राजस्थान इस बार सबको चौंका सकती है।

खतरा
राजस्थान की टीम पेपर पर तो कमाल नजर आ रही हैं, लेकिन क्या ये टीम मैदान पर भी अच्छा प्रदर्शन कर पाएगी, ये सबसे बड़ा सवाल है। राजस्थान की टीम के पास पहले भी बटलर, सैमसन, आर्चर जैसे खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन टीम चैंपियन नहीं बन पाई है।

IPL 2022 के लिए ऑरेंज आर्मी सनराइजर्स हैदराबाद भी तैयार है। टीम ने मेगा ऑक्शन के पहले 3 खिलाड़ियों केन विलियमसन (14 करोड़), अब्दुल समद (4 करोड़) और उमरान मलिक (4 करोड़) को रिटेन किया था। टीम की कप्तानी इस बार भी कीवी दिग्गज विलियमसन के पास ही रहेगी।

स्ट्रेंथ
टीम के पास रफ्तार के सौदागर: SRH ने ऑक्शन में बढ़िया तेज गेंदबाज टीम के साथ जोड़े हैं। भुवनेश्वर कुमार पर फ्रेंचाइजी ने फिर से भरोसा जताया है। इसके अलावा कार्तिक त्यागी, टी नटराजन, मार्को येन्सन, शॉन एबट, उमरान मलिक, फजलहक फारूकी भी टीम से जुड़े हैं। ऐसे में ये टीम का मजबूत पक्ष है।

स्पिन गेंदबाज + बल्लेबाज: टीम के पास वॉशिंगटन सुंदर, अभिषेक शर्मा और अब्दुल समद 3 ऐसे खिलाड़ी हैं जो स्पिन गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी भी करने की क्षमता भी रखते हैं। समद और अभिषेक बड़ी हिट लगाने के लिए जाने जाते हैं।

वीकनेस
केन के बिना टीम अधुरी: अगर हैदराबाद की टीम पर नजर डालेंगे तो टॉप ऑर्डर में केन विलियमसन को छोड़कर कोई भी ऐसा बल्लेबाज नजर नहीं आता जो टीम के लिए उपयोगी साबित हो सके, या फिर अपने दमपर मैच जीता सके। निकोलस पूरन को हैदराबाद ने 10.75 करोड़ देकर टीम के साथ जोड़ा है, लेकिन इस खिलाड़ी का प्रदर्शन पिछले दो सीजन से काफी खराब रहा है।

राशिद जैसा कोई नहीं: इस साल राशिद खान, मोहम्मद नबी जैसे बेहतरीन स्पिनर को हैदराबाद की टीम ने खो दिया है। इन खिलाड़ियों को खोने के बाद ऑक्शन में टीम ने स्पेशलिस्ट स्पिनरों को अपने साथ नहीं जोड़ा। राशिद अकेले खुद के दमपर मैच का पासा बदल देते थे। वहीं, नबी की स्पिन गेंदबाजी ने कई बार हैदराबाद को मैच में जीत का स्वाद चखाया है।

अवसर
टीम के पास युवा खिलाड़ियों की फौज है जिसके कारण कोई भी टीम हैदराबाद को हल्के में लेने के बारे में नहीं सोचेगी। उमरान मलिक जैसे तेज गेंदबाज जो 150 प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं। वहीं, अब्दूल समद जैसे बल्लेबाज धमाकेदार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। समद का स्ट्राइक रेट 150 के करीब है। अभिषेक शर्मा को फ्रेंचाइजी टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी कराने को देख रही है साथ ही वह स्पिन गेंदबाजी भी कर सकते हैं।

खतरा
हैदराबाद के पास पहले जॉनी बेयरस्टो, डेविड वार्नर और केन विलियमसन जैसा टॉप ऑर्डर था, लेकिन इस बार टीम की बल्लेबाजी क्रम में कोई भी स्थिरता नजर नहीं आ रही है। ऑरेंज आर्मी के पास राहुल त्रिपाठी, हेटमायर, मार्करम जैसे बल्लेबाज तो हैं, लेकिन अभी उन्हें खुद को इस टीम के लिए साबित करना होगा।