CSK और KKR टीम का SWOT एनालिसिस:धोनी के पास ऑलराउंडर खिलाड़ियों की फौज, श्रेयस की टीम के लिए फिटनेस सबसे बड़ा खतरा

IPL के 15वें सीजन की शुरुआत 26 मार्च से होने वाली है। इस बार टूर्नामेंट में लीग राउंड के सभी मैच मुंबई के तीन और पुणे के एक मैदान पर खेले जाएंगे। पिछले साल की चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स पर इस बार खिताब बचाने की चुनौती होगी। IPL का पहला मैच कोलकाता नाइटराइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला जाएगा। ऐसे में 2022 सीजन के लिए CSK और KKR की टीम का SWOT एनालिसिस करते हैं। यानी टीम की मजबूती (Strength), कमजोरी (Weakness), अवसर (Opportunity) और खतरे (Threat) का विश्लेषण।

CSK और KKR टीम का SWOT एनालिसिस:धोनी के पास ऑलराउंडर खिलाड़ियों की फौज, श्रेयस की टीम के लिए फिटनेस सबसे बड़ा खतरा
CSK और KKR टीम का SWOT एनालिसिस:धोनी के पास ऑलराउंडर खिलाड़ियों की फौज, श्रेयस की टीम के लिए फिटनेस सबसे बड़ा खतरा
CSK और KKR टीम का SWOT एनालिसिस:धोनी के पास ऑलराउंडर खिलाड़ियों की फौज, श्रेयस की टीम के लिए फिटनेस सबसे बड़ा खतरा
CSK और KKR टीम का SWOT एनालिसिस:धोनी के पास ऑलराउंडर खिलाड़ियों की फौज, श्रेयस की टीम के लिए फिटनेस सबसे बड़ा खतरा

स्ट्रेंथ
एक से बढ़कर एक ऑलराउंडर : 
टीम के पास ऑलराउंडर की फौज है। रवींद्र जडेजा, शिवम दुबे, मोइन अली और ड्वेन ब्रावो...ये ऐसे नाम हैं, जो आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करते आए हैं। सभी खिलाड़ी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों से मैच का पासा पलट सकते हैं। जडेजा और ब्रावो तो लंबे समय से CSK के मैच विनर रहे हैं। साथ ही अंडर-19 वर्ल्ड कप में अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों से धमाल मचाने वाले राजवर्धन हंगरगेकर भी टीम का हिस्सा हैं।

मजबूत फास्ट बॉलिंग : धोनी की टीम में स्विंग स्पेशलिस्ट दीपक चाहर, ब्रावो और एडम मिल्न के जैसे नाम शामिल हैं। चाहर और मिल्न को शुरुआती ओवर्स में विकेट चटकाने के लिए जाना जाता है और ये दोनों पॉवरप्ले के सबसे कंजूस गेंदबाजों में से एक हैं। साथ ही डेथ ओवर्स में ब्रावो CSK के लिए सबसे बड़ा प्लस पॉइंट हैं।

वीकनेस

अनुभवी लेग स्पिनर नहीं : टीम के पास रवींद्र जडेजा और मोइन अली जैसे ऑफ ब्रेक स्पिन गेंदबाज हैं, लेकिन टीम के पास कोई अच्छा लेग स्पिनर नजर नहीं आता। IPL में लेग स्पिनर कमाल का प्रदर्शन करते आए हैं। युजवेंद्र चहल और राशिद खान इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं। चेन्नई के पास पिछले सीजन में पीयूष चावला जैसे अनुभवी लेग स्पिनर थे, लेकिन इस साल CSK के उन्हें टीम में नहीं लिया।

अवसर
CSK ने लीग में सबसे ज्यादा 9 बार (2008, 2010, 2011, 2012, 2013, 2015, 2018, 2019, 2021) फाइनल खेला है। इस दौरान 4 बार ( 2010, 2011,2018, 2021) खिताब भी जीता है। इस बार टीम के खिलाड़ियों की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए टीम का प्ले-ऑफ में जगह बनाना तय माना जा रहा है। रवींद्र जडेजा की शानदार फॉर्म बाकी टीमों के लिए मुसीबत का कारण बन सकती है।

खतरा
कैप्टन धोनी की खराब फॉर्म टीम के लिए सबसे बड़ी परेशानी है। डेथ ओवर्स में उनकी धीमी बल्लेबाजी टीम के लिए बड़ा खतरा बन सकती है। धोनी की धीमी बैटिंग से टीम के रन-रेट पर काफी फर्क पड़ता है और अन्य खिलाड़ियों पर भी दबाव आता है।

इस बार भी टीम ने एक बार फिर उम्रदराज खिलाड़ियों पर भरोसा जताया है। मोइन अली, अंबाती रायडू, ड्वेन ब्रावो, धोनी, रॉबिन उथप्पा की बढ़ती उम्र का असर अगर खेल में भी दिखा तो चेन्नई के लिए ये अच्छा नहीं होगा।

स्ट्रेंथ

बैटिंग ऑर्डर में गहराई और कमाल के पॉवर हिटर : कोलकाता की टीम का बैटिंग लाइन-अप काफी शानदार है। टीम के पास दमदार टॉप ऑर्डर बल्लेबाज और मिडिल ऑर्डर में अनुभवी दिग्गज मौजूद हैं। ​​​​​KKR के पास आंद्रे रसेल, सुनील नरेन और वेंकटेश अय्यर जैसे पॉवर हिटर मौजूद हैं। ये तीनों खिलाड़ी बड़े शॉट्स लगाने के लिए जाने जाते हैं और टी-20 क्रिकेट में इनका स्ट्राइक रेट भी काफी शानदार रहा है। वहीं, श्रेयस अय्यर, अजिंक्य रहाणे और नीतीश राणा जैसे पारी को संभालने वाले बल्लेबाज भी टीम के पास मौजूद हैं।

वीकनेस

विकेटकीपर की कमी : कोलकाता ने ऑक्शन में केवल 2 विकेटकीपर खरीदे। शेल्डन जैक्सन और सैम बिलिंग्स। ये दोनों ही मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज हैं। बिलिंग्स टी-20 स्पेशलिस्ट हैं, लेकिन उनके साथ फिटनेस की बहुत समस्या रहती है। वहीं, जैक्सन को टी-20 स्पेशलिस्ट नहीं माना जाता। अगर दोनों में से कोई एक खिलाड़ी चोटिल या खराब फॉर्म के कारण टीम से ड्रॉप भी हो जाता है तो इसका टीम पर बहुत असर पड़ेगा।