पत्थरबाजों पर शिवराज सरकार का सख्त एक्शन, संपत्ति पर चला बुलडोजर
रामनवमी जुलूस के दौरान खरगोन में पत्थरबाजी और आगजनी की घटना हुई थी जिसके बाद इलाके में तनाव का माहौल है. अब प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए पत्थरबाजों की पहचान कर उनकी संपत्ति पर बुलडोजर चलवाने का फैसला लिया है.

मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में रामनवमी जुलूस पर पथराव करने वालों के खिलाफ शिवराज सरकार ने सख्त एक्शन लिया है. प्रशासन ने पत्थरबाजों की संपत्ति को बुलडोजर चलाकर तबाह किया है. पुलिस के मुताबिक अब हालात काबू में हैं और इस मामले में अब तक कुल 84 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.
रामनवमी जुलूस पर हुआ था पथराव
रामनवमी के जुलूस में पथराव और आगजनी के बाद पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. पुलिस ने इस मामले में अब तक 84 लोगों को गिरफ्तार किया है. खरगोन के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिद्धार्थ चौधरी को हिंसा में गोली लगी और उनके अलावा छह पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 24 लोग घायल हो गए. रविवार को रामनवमी के जुलूस पर पथराव और कुछ घरों और वाहनों में आगजनी की घटनाओं के बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए कहा कि सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को हुए नुकसान की भरपाई दंगाईयों से की जाएगी. उन्होंने कहा, ‘दंगाइयों की पहचान कर ली गई है और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और मध्य प्रदेश में दंगाइयों के लिए कोई जगह नहीं है.’
'दंगाइयों के खिलाफ होगा सख्त एक्शन'
चौहान ने एक बयान में कहा, ‘हमने सार्वजनिक और निजी संपत्ति वसूली अधिनियम पारित किया है. हम अधिनियम के तहत एक दावा ट्रिब्यूनल का गठन कर रहे हैं और नुकसान का आकलन करने के बाद इसकी वसूली भी दंगाइयों से की जाएगी.’ फिलहाल प्रशासन ने आरोपियों की संपत्ति पर बुलडोजर चला दिया है.
रामनवमी के जुलूस के दौरान इसी तरह की पथराव की घटना बड़वानी जिले के सेंधवा कस्बे में सामने आई थी, जिसमें एक थाना प्रभारी और पांच अन्य घायल हो गए. अधिकारियों के मुताबिक घटना के बाद स्थिति पर काबू पा लिया गया है.
इलाके में तनाव, कर्फ्यू लागू
खरगोन के जिलाधिकारी अनुग्रह पी के कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार रविवार शाम की घटना के बाद से पूरे खरगोन शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. रविवार को जब रामनवमी का जुलूस खरगोन में तालाब चौक इलाके से शुरू हुआ तो जुलूस पर पथराव किया गया.