बकरियां चराकर जब घर नहीं लौटे तो तलाश किया; 12 घंटे की मशक्क्त के बाद सुबह निकाली बॉडी

अजमेर जिले के केकड़ी के पास प्रान्हेड़ा गांव में दो बच्चो की तालाब में डूबने से मौत हो गई। दोनों बच्चे सगे भाई थे। घटना शुक्रवार की है। जब दोनों बच्चे बकरियां चराने खेतों की तरफ गए थे। देर शाम को दोनों बच्चे घर नहीं लौटे तो परिजनों ने तलाश की। जिस पर गांव के ही बाला सागर तालाब के पास दोनों बच्चों के कपड़े और चप्पल पड़ी मिली। जानकारी मिलते ही सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। बच्चों के शव की तलाश शुरू की। सफलता नहीं मिलने पर अजमेर से एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर बुलाई गई। रात अधिक होने के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। करीब 12 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शनिवार को सुबह दोनों बच्चों के शव तालाब में मिले है। छोटू के दो ही पुत्र थे और दोनों की मौत हो गई।
प्रान्हेड़ा गांव में छोटू भील का 12 वर्षीय पुत्र दुर्गालाल और 9 वर्षीय पुत्र बजरंग शुक्रवार को सुबह बकरियां चराने के लिए खेतों की तरफ गए थे। संभवत दोनों बच्चे बकरियां चराते समय नहाने के लिए तालाब में उतर गए और गहरे पानी में जाने के कारण डूब गए। हादसे की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस उपाधीक्षक खींव सिंह राठौड़ और सदर थानाधिकारी राजेश मीणा मय पुलिस जाब्ते के मौके पर पहुंचे। हादसे के बाद से ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
शनिवार को सुबह दोनों बच्चो के शव तालाब में मिले है। दोनो बच्चों के शवों को बाहर निकालकर केकड़ी के राजकीय अस्पताल में पहुंचाया गया।
सुबह मिली सफलता
प्रान्हेड़ा के बाला सागर तालाब में बच्चों के डूबने के बाद अजमेर से पहुंची सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन किया लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई। अंधेरे के चलते रात को 10 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया। करीब 12 घंटे बाद सुबह सिविल डिफेंस की टीम को सफलता मिली और दोनों बच्चो के शव को बाहर निकाला।