ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे; वाराणसी पहुंची टीम को देखते ही हर-हर महादेव और अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगे

ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे; वाराणसी पहुंची टीम को देखते ही हर-हर महादेव और अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगे

 एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र और वादी पक्ष के 18 लोग और प्रतिवादी पक्ष ज्ञानवापी पहुंचे हैं। इससे पहले टीम जब पहुंची तभी कुछ युवाओं ने हर-हर महादेव का उद्घोष किया। इस पर कुछ मुस्लिम युवकों ने भी अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाए। कुछ देर के लिए माहौल तनावपूर्ण हो गया। दुकानें भी बंद हो गईं। फिलहाल सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम हैं।

याचिका दाखिल करने वाली पांचों महिलाओं के अधिवक्ता दिल्ली के शिवम गौड़ ने बताया कि सर्वे पूरा होने में 3 दिन लग सकता है। सर्वे में सम्पूर्ण ज्ञानवापी मस्जिद परिसर और शृंगार गौरी शामिल है। ऐसे में इतने बड़े एरिया का सर्वे रविवार तक पूरा होने की संभावाना है।

जुमे की नमाज के बाद एक पक्ष ने की नारेबाजी, पुलिस ने खदेड़ा
वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम-ज्ञानवापी स्थित श्रृंगार गौरी और अन्य देव विग्रहों की वीडियोग्राफी और सर्वे से पहले हंगामा शुरू हो गया है। जुमे की नमाज के लिए अन्य दिनों की तुलना में अधिक लोग पहुंचे। नमाज के बाद कुछ शरारती तत्वों ने धार्मिक नारेबाजी कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। पुलिस और मुस्लिम समाज के संभ्रांत लोगों ने शरारती तत्वों को दूर भगाया है। ज्ञानवापी के आसपास गहमागहमी का माहौल है। आसपास की कुछ दुकानें भी बंद हो गई हैं। लोग दुकानों के भीतर से झांकते नजर आए।

जुमे की नमाज के बाद हंगामेदार स्थिति देख कर लोगों को समझाती पुलिस।

10 मई को अदालत में पेश होगी रिपोर्ट
वाराणसी कोर्ट के आदेश पर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम-ज्ञानवापी स्थित शृंगार गौरी और अन्य देव विग्रहों की वीडियोग्राफी और सर्वे का काम हो रहा है। वीडियोग्राफी-फोटोग्राफी और सर्वे से संबंधित साक्ष्य को सुरक्षित स्थान पर पुलिस कमिश्नर रखवाएंगे।

सर्वे से संबंधित रिपोर्ट 10 मई को अदालत में पेश की जाएगी। वहीं, इस सर्वे को लेकर वाराणसी कमिश्नरेट और वाराणसी ग्रामीण के सभी थानों की फोर्स के साथ ही लोकल इंटेलिजेंस यूनिट को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है।

ज्ञानवापी के आसपास की दुकानें बंद हो गई हैं। लोग दुकानों के भीतर से झांकते नजर आए।

महिला ने काशी विश्वनाथ मंदिर के सामने पढ़ी नमाज
ज्ञानवापी परिसर में वीडियोग्राफी को लेकर शुक्रवार सुबह से ही सुरक्षा बढ़ा दी गई। परिसर को होर्डिंग आदि से ढंक दिया गया है। मस्जिद में किसी को न घुसने देने की बात कहने वाले अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के जॉइंट सेक्रेट्री एमएस यासीन ने मीडिया से बात करने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि स्वास्थ्य ठीक नहीं है। उधर, दोपहर में एक महिला श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नम्बर 4 पर नमाज पढ़ने लगी। यह देखकर पुलिस हरकत में आई और महिला को हिरासत में लिया गया।

एक महिला सड़क पर ही बैठकर नमाज पढ़ने लगी थी, पुलिस उसे अपने साथ ले गई है।

पूछताछ में महिला ने कहा कि उसके पति की पहली पत्नी से 7 बच्चे हैं। पति ने उसे घर से निकाल दिया है। मैं मानसिक रूप से परेशान रहती हूं। फरीद बाबा मजार पंजाब में है, फरीद बाबा ने ही रात में स्वप्न दिया था तो वह यहां नमाज पढ़ने चली आई। महिला को इलाज के लिए महिला सिपाही की देख-रेख में एसएपीजी कबीरचौरा रवाना किया गया है।

ज्ञानवापी मस्जिद में जुमे की नमाज के लिए उमड़ी भीड़।

अगस्त 2021 में दाखिल किया गया था केस
दिल्ली की रहने वाली राखी सिंह, लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास और रेखा पाठक ने विश्व वैदिक सनातन संघ के जितेंद्र सिंह विसेन के नेतृत्व में 18 अगस्त 2021 को वाराणसी की जिला अदालत में मुकदमा दाखिल किया था।

राखी सिंह बनाम सरकार उत्तर प्रदेश मुकदमे के माध्यम से मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन-पूजन और अन्य देवी-देवताओं के विग्रहों की सुरक्षा की मांग अदालत से की गई थी। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने अजय कुमार मिश्रा को एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त कर ज्ञानवापी परिसर का सर्वे करने का आदेश दिया।

एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने सर्वे के लिए 6 मई की दोपहर 3 बजे का समय निर्धारित किया था। हालांकि सर्वे 4 बजे से शुरू हुआ है। अजय कुमार मिश्र के अनुसार सर्वे का काम आज यदि नहीं पूरा हो पाएगा तो उसे 7 मई को पूरा किया जाएगा।

ज्ञानवापी मस्जिद में नमाज के लिए जाते मुस्लिम समुदाय के लोग।

एडवोकेट कमिश्नर बोले- शांति व्यवस्था के लिए बरती जा रही सतर्कता
कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने बताया कि ज्ञानवापी परिसर के सर्वे के लिए वादी और प्रतिवादी पक्ष के साथ ही पुलिस-प्रशासन को भी सूचना दे दी गई है। प्रतिवादियों में सरकार उत्तर प्रदेश जरिए मुख्य सचिव सिविल, जिलाधिकारी वाराणसी, पुलिस कमिश्नर वाराणसी, अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी मैनेजमेंट के मुख्य प्रबंधक और बाबा काशी विश्वनाथ ट्रस्ट के सचिव शामिल हैं। वादी और प्रतिवादी पक्ष से कहा गया है कि वह सर्वे में सहयोग करें ताकि अदालत के आदेश का सही तरीके से अनुपालन कर नियत तिथि को रिपोर्ट पेश की जा सके।

ज्ञानवापी में वीडियोग्राफी और सर्वे के लिए पहुंचे एडवोकेट कमिश्नर और वादी पक्ष के लोग।

ज्ञानवापी के आसपास पुलिस और पीएसी की तैनाती की गई है।