वसुंधरा राजे ने छोड़ा सियासी तीर, कहा-कदम मिलाकर चलना होगा, धड़ों में बंटी बीजेपी में मची हलचल
बीजेपी में चल रही अंदरुनी कलह के बीच पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एक प्रसिद्ध कविता के माध्यम से कहा है कि ''कदम मिलाकर चलना होगा''. राजे ने ये संदेश हाल ही में वर्ल्ड पोएट्री-डे (World Poetry Day) के मौके पर ट्वीट करके दिया था. राजे के इस ट्वीट के सियासी गलियारों में कई तरह के मायने खोजे जा रहे हैं.

राजस्थान में इन दिनों बीजेपी (BJP) में सीएम फेस को लेकर घमासान मचा हुआ है. पिछले दिनों पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) ने अपने जन्मदिन पर जोरदार भीड़ एकत्र कर बीजेपी में हलचल मचा दी थी. राजे के इस कार्यक्रम को लेकर बीजेपी प्रदेश प्रभारी ने भी तल्ख तेवर दिखाये थे. अब एक बार फिर वसुंधरा राजे ने नया सियासी तीर छोड़ा है. राजे के इस सियासी तीर की खासा चर्चा हो रही है. वर्ल्ड पोएट्री-डे (World Poetry Day) के मौके पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने इस सियासी तीर को लेकर एक ट्वीट किया था. इसमें उन्होंने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की कविता का एक अंश पढ़ा है. इसमें कहा गया है ‘कदम मिलाकर चलना होगा…’ राजनीतिक गलियारों में इसकी जमकर चर्चा हो रही है.
हाल ही में वर्ल्ड पोएट्री-डे के मौके पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर सभी कविजनों और काव्य प्रेमियों को शुभकामनाएं देते हुए पूर्व पीएम अटल बिहारी वायपेजी की प्रसिद्ध कविता का अंश पढ़ा है. कविता है ‘कदम मिलाकर चलना होगा’. यह वायजेपी की चर्चित कविताओं में से एक है. वसुंधरा राजे द्वारा इसका एक अंश पढ़ने के बाद राजनैतिक गलियारों में इस ट्वीट के मायने निकाले जा रहे हैं. है.
जन्मदिन पर राजे ने दिखाई थी ताकत
दरअसल प्रदेश बीजेपी में इन दिनों जो कुछ चल रहा है इससे साफ है कि सब साथ नहीं हैं. हाल ही में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने विश्व महिला दिवस के मौके पर शक्ति प्रदर्शन के रूप में अपना जन्मदिन मनाया था. इसमें करीब चार दर्जन पार्टी विधायकों ने शिरकत की थी. उसके बाद प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह का बयान भी सामने आया था. ऐसे में वसुंधरा राजे के ‘कदम मिलाकर चलना होगा’ कविता का अंश पढ़ना और कहना कि इस कविता का अर्थ साफ है खासा चर्चा का विषय बना हुआ है.
बीजेपी-कांग्रेस विधायकों ने कि टिप्पणियां
राजे के इस ट्वीट के बाद बीजेपी विधायकों के बयान भी सामने आए हैं. पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजे ने जो भावनाएं व्यक्त की हैं वो ठीक हैं. क्योंकि कदम से कदम मिलाएंगे तभी गहलोत सरकार को उखाड़ फेकने में सक्षम हो पाएंगे. राजे के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस सरकार के मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि बीजेपी में कई प्रकार की बातें चल रही हैं. शायद सामने कुछ बोल नहीं पा रहीं है इसलिए कविता के रूप में उन्होंने कहा हो.
खोजे जा रहे हैं सियासी मायने
बीजेपी इन दिनों दो धड़ों में बंटी हुई है. एक धड़ा पार्टी लाइन के साथ है तो एक धड़ा वसुंधरा राजे के साथ. दोनों ही धड़ों की आपस में बयानबाजी भी देरसबेर सामने आती रहती हैं. दोनों धड़ों के नेता रह-रहकर सियासी बयान दे रही हैं। इससे पार्टी में तनावपूर्ण शांति चल रही है. इस बीच राजे द्वारा कदम मिलाने के बात कहने के सियासी मायने खोजे जा रहे हैं.